CHANAKYA NITICHANAKYA NITI
चाणक्य नीति तृतीय अध्याय श्लोक : २१ मूर्ख यत्र न पूज्यन्ते धान्यं यत्र सुसञ्चितम्। दम्पत्येः कलहो नाअ्स्ति तत्र श्रीः स्वयमागता ।।२१।। भावार्थ – जिस जगह मूर्ख पूजित नहीं होते और
चाणक्य नीति तृतीय अध्याय श्लोक : २१ मूर्ख यत्र न पूज्यन्ते धान्यं यत्र सुसञ्चितम्। दम्पत्येः कलहो नाअ्स्ति तत्र श्रीः स्वयमागता ।।२१।। भावार्थ – जिस जगह मूर्ख पूजित नहीं होते और
चाणक्य नीति तृतीय अध्याय श्लोक : २० धर्मार्थकाममोक्षाणां यस्यैकोअ्पि न विद्यते। जन्म-जन्मनि मर्त्येषु मरणं तस्य केवलम्।।२०।। भावार्थ – मनुष्य देह धारण करने पर भी जो धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष
~ आज का हिन्दू पंचांग ~ *दिनांक – 13 जनवरी 2023* *दिन – शुक्रवार* *विक्रम संवत् – 2079* *शक संवत् – 1944* *अयन – दक्षिणायन* *ऋतु – शिशिर* *मास –
चाणक्य नीति तृतीय अध्याय श्लोक : १९ उपसर्गेअ्न्यचक्रे च दुर्भिक्षे च भयावहे। असाधुजनसम्पर्के यः पलायति सः जीवति ।।१९।। भावार्थ – आग लगने, बाढ़ आने, सूखा पड़ने, उल्कापात, अकाल, आतताइयों द्वारा
*~ वैदिक पंचांग व राशिफल ~* *दिनांक – 12 जनवरी 2023* *दिन – * गुरूवार* *विक्रम संवत – 2079* *शक संवत -1944* *अयन – दक्षिणायन* *ऋतु – शिशिर ॠतु* *मास
चाणक्य नीति तृतीय अध्याय श्लोक : १८ लालयेत् पञ्च वर्षाणि दश वर्षाणि ताडयेत्। प्राप्ते तु षोडशे वर्षे पुत्रं मित्रवदाचरेत्।।१८।। भावार्थ – पाँच साल तक लाड़-प्यार, दस साल तक सख़्ती और
*~ आज का हिन्दू पंचांग ~* *दिनांक – 11 जनवरी 2023* *दिन – बुधवार* *विक्रम संवत् – 2079* *शक संवत् – 1944* *अयन – दक्षिणायन* *ऋतु – शिशिर* *मास –
चाणक्य नीति तृतीय अध्याय श्लोक : १७ किं जातैर्बहुभिः पुत्रैः शोकसन्तापकारकैः। वरमेकः कुलाअ्अ्लम्बी यत्र विश्राम्यते कुलम्।।१७।। भावार्थ – अपने बुरे आचरण से शोक और संताप उत्पन्न करने वाली बहुत-सी संतानों
~ वैदिक पंचांग व राशिफल~* *दिनांक – 10 जनवरी 2023* *दिन – मंगलवार* *विक्रम संवत – 2079* *शक संवत -1944* *अयन – दक्षिणायन* *ऋतु – शिशिर ॠतु* *मास – माघ
चाणक्य नीति तृतीय अध्याय श्लोक : १६ एकेन शुष्कवृक्षेण दह्यमानेन विह्निना। दह्यते तद्वनं सर्वं कुपुत्रेण कुलं यधा।।१६।। भावार्थ – जंगल में आग लगने पर जैसे वहाँ का एक ही सूखा