* दिनांक – 28 दिसम्बर 2022*
दिनांक – 28 दिसम्बर 2022*
* दिन – बुधवार*
दिन – बुधवार*
* विक्रम संवत् – 2079*
विक्रम संवत् – 2079*
* शक संवत् – 1944*
शक संवत् – 1944*
* अयन – दक्षिणायन*
अयन – दक्षिणायन*
* ऋतु – शिशिर*
ऋतु – शिशिर*
* मास – पौष*
मास – पौष*
* पक्ष – शुक्ल*
पक्ष – शुक्ल*
* तिथि – षष्ठी रात्रि 08:44 तक तत्पश्चात सप्तमी*
तिथि – षष्ठी रात्रि 08:44 तक तत्पश्चात सप्तमी*
* नक्षत्र – शतभिषा दोपहर 12:46 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्रपद*
नक्षत्र – शतभिषा दोपहर 12:46 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्रपद*
* योग – सिद्धि दोपहर 02:21 तक तत्पश्चात व्यतिपात*
योग – सिद्धि दोपहर 02:21 तक तत्पश्चात व्यतिपात*
* राहु काल – दोपहर 12:41 से 02:02तक*
राहु काल – दोपहर 12:41 से 02:02तक*
* सूर्योदय – 07:19*
सूर्योदय – 07:19*
* सूर्यास्त – 06:03*
सूर्यास्त – 06:03*
* दिशा शूल – उत्तर दिशा में*
दिशा शूल – उत्तर दिशा में*
* ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:33 से 06:26 तक*
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:33 से 06:26 तक*
* निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:15 से 01:08 तक*
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:15 से 01:08 तक*
* व्रत पर्व विवरण – व्यतिपात योग*
व्रत पर्व विवरण – व्यतिपात योग*
* विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है ।*
विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है ।*
*(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
* व्यतिपात योग – 28 दिसम्बर 2022
व्यतिपात योग – 28 दिसम्बर 2022 *
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* समय अवधि : 28 दिसम्बर दोपहर 02:22 से 29 दिसम्बर सुबह 11:46 तक । व्यतिपात योग में किया हुआ जप, तप, मौन, दान व ध्यान का फल १ लाख गुना होता है । – वराह पुराण*
समय अवधि : 28 दिसम्बर दोपहर 02:22 से 29 दिसम्बर सुबह 11:46 तक । व्यतिपात योग में किया हुआ जप, तप, मौन, दान व ध्यान का फल १ लाख गुना होता है । – वराह पुराण*
* कैसे रखें सर्दी को दूर ?
कैसे रखें सर्दी को दूर ? *
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* कुछ लोगों को सर्दी सहन नहीं होती, थरथराते हैं, दाँत से दाँत बजते हैं, हाथ काँपते हैं । वे कड़ाही में थोड़ा-सा घी डाल दें और फिर उसमें गुड़ गला दें । जितना गुड़ डाले उतनी सोंठ डाल दें । समझो २५ ग्राम गुड़ है तो २५ ग्राम सोंठ डाल दी । उसे घी में गला के सेंक दें । १ -१ चम्मच सुबह-शाम चाटने से सर्दी झेलने की ताकत आ जायेगी ।*
कुछ लोगों को सर्दी सहन नहीं होती, थरथराते हैं, दाँत से दाँत बजते हैं, हाथ काँपते हैं । वे कड़ाही में थोड़ा-सा घी डाल दें और फिर उसमें गुड़ गला दें । जितना गुड़ डाले उतनी सोंठ डाल दें । समझो २५ ग्राम गुड़ है तो २५ ग्राम सोंठ डाल दी । उसे घी में गला के सेंक दें । १ -१ चम्मच सुबह-शाम चाटने से सर्दी झेलने की ताकत आ जायेगी ।*
* राई पीस के शहद के साथ पैरों के तलवों में लगा दें तो भी सर्दी में ठिठुरना बंद हो जायेगा ।*
 राई पीस के शहद के साथ पैरों के तलवों में लगा दें तो भी सर्दी में ठिठुरना बंद हो जायेगा ।*
* नौ बातें अपने जीवन में गोपनीय रखनी चाहिएः  – पूज्य बापूजी*
 नौ बातें अपने जीवन में गोपनीय रखनी चाहिएः  – पूज्य बापूजी*
* 1. एक तो अपनी आयु गोपनीय रखनी चाहिए । जिस किसी को अपनी आयु नहीं बतानी चाहिए । महिलाओं को तो अपनी आयु बतानी ही नहीं चाहिए, पुरुषों को भी नहीं बतानी चाहिए ।*
1. एक तो अपनी आयु गोपनीय रखनी चाहिए । जिस किसी को अपनी आयु नहीं बतानी चाहिए । महिलाओं को तो अपनी आयु बतानी ही नहीं चाहिए, पुरुषों को भी नहीं बतानी चाहिए ।*
* 2. अपना धन गोपनीय रखना चाहिए ।*
2. अपना धन गोपनीय रखना चाहिए ।*
* 3. अपना मंत्र गोपनीय रखना चाहिए ।*
3. अपना मंत्र गोपनीय रखना चाहिए ।*
* 4. पति पत्नी का ससांरी व्यवहार गोपनीय रखना चाहिए ।*
4. पति पत्नी का ससांरी व्यवहार गोपनीय रखना चाहिए ।*
* 5. क्या औषधि खाते हैं, गोपनीय रखना चाहिए ।*
5. क्या औषधि खाते हैं, गोपनीय रखना चाहिए ।*
* 6. अपना साधन, भजन व तप गोपनीय रखना चाहिए ।*
6. अपना साधन, भजन व तप गोपनीय रखना चाहिए ।*
* 7. किया हुआ दान गोपनीय रखना चाहिए ।*
7. किया हुआ दान गोपनीय रखना चाहिए ।*
* 8. की हुई तपस्या गोपनीय रखनी चाहिए ।*
8. की हुई तपस्या गोपनीय रखनी चाहिए ।*
* 9. अपना अपमान जाहिर नहीं करना चाहिए । कहीं अपमान हो गया तो बेवकूफी नहीं करना कि ʹमेरा फलाने ने ऐसा अपमान किया, फलाना मेरा दुश्मन है।ʹ*
9. अपना अपमान जाहिर नहीं करना चाहिए । कहीं अपमान हो गया तो बेवकूफी नहीं करना कि ʹमेरा फलाने ने ऐसा अपमान किया, फलाना मेरा दुश्मन है।ʹ*