22 फरवरी 2023 – हिन्दू पंचांग22 फरवरी 2023 – हिन्दू पंचांग

आज का हिन्दू पंचांग ~ *दिनांक – 22 फरवरी 2023* *दिन – बुधवार* *विक्रम संवत् – 2079* *शक संवत् – 1944* *अयन – उत्तरायण* *ऋतु – वसंत* *मास – फाल्गुन*

चाणक्य नीतिचाणक्य नीति

चाणक्य नीति   द्वितीय अध्याय श्लोक:-१८ गृहीत्वा दक्षिणां विप्रास्त्यजन्ति यजमानकम्। प्राप्तविद्या गुरुं शिष्या दग्धाअ्रण्यं मृगास्तथा।।१८।। भावार्थ– पुरोहित दक्षिणा लेकर यजमान को छोड़ देते हैं, शिष्य विद्या प्राप्ति के बाद गुरु-दक्षिणा देकर

14 फरवरी 2023 – हिन्दू पंचांग14 फरवरी 2023 – हिन्दू पंचांग

~ आज का हिन्दू पंचांग ~* *दिनांक – 14 फरवरी 2023* *दिन – मंगलवार* *विक्रम संवत् – 2079* *शक संवत् – 1944* *अयन – उत्तरायण* *ऋतु – शिशिर* *मास –

आज का हिन्दू पंचांग – 12 फरवरी 2023आज का हिन्दू पंचांग – 12 फरवरी 2023

~ आज का हिन्दू पंचांग ~* *दिनांक – 12 फरवरी 2023* *दिन – रविवार* *विक्रम संवत् – 2079* *शक संवत् – 1944* *अयन – उत्तरायण* *ऋतु – शिशिर* *मास –

हिन्दू पंचांग – 11 फरवरी 2023हिन्दू पंचांग – 11 फरवरी 2023

~ आज का हिन्दू पंचांग ~ *दिनांक – 11 फरवरी 2023* *दिन – शनिवार* *विक्रम संवत् – 2079* *शक संवत् – 1944* *अयन – उत्तरायण* *ऋतु – शिशिर* *मास –

bhojeshwar temple of madhya pradesh

भोजेश्वर मंदिर – भोजपुर(मध्य प्रदेश)भोजेश्वर मंदिर – भोजपुर(मध्य प्रदेश)

*भारत के भव्य, दिव्य, अकल्पनीय मन्दिर : भोजेश्वर मंदिर, भोजपुर(मध्य प्रदेश) _”भारत के भव्य और अकल्पनीय मन्दिरों से हिन्दुओं परिचय करवाने की इस श्रृंखला में आज हम आपका परिचय करवा

चाणक्य नीतिचाणक्य नीति

चाणक्य नीति   द्वितिय अध्याय  श्लोक :- १६  बलं विद्या च विप्राणां राज्ञां सैन्यं बलं तथा। बलं वित्तं च वैश्यानां शुद्राणां परिचचर्यिकम्।।१६।।  भावार्थ — विद्वानों का बल विद्या है, राजाओं का

वैदिक पंचांग व राशिफल – 09 फरवरी  2023वैदिक पंचांग व राशिफल – 09 फरवरी  2023

*~ वैदिक पंचांग व राशिफल~*    *दिनांक – 09 फरवरी  2023*  *दिन – गुरुवार*  *विक्रम संवत – 2079*  *शक संवत -1944*  *अयन – उत्तरायण*  *ऋतु – शिशिर ॠतु*   *मास – फाल्गुन

चाणक्य नीतिचाणक्य नीति

चाणक्य नीति    द्वितीय अध्याय  श्लोक :- १५ नदी तीरे च ये वृक्षाः परगृहेषु कामिनी।  मन्त्रिहीनश्च राजानः शीघ्रं नश्यन्त्नसंशयम्।।१५।।  भावार्थ — नदी के तट के पेड़, दूसरे के घर में रहने

चाणक्य नीति – श्लोक व भावार्थचाणक्य नीति – श्लोक व भावार्थ

चाणक्य नीति    द्वितीय अध्याय  श्लोक :- १३  श्लोकेन वा तदर्धेन पादेनैकाक्षरेण वा।  अबन्ध्यं दिवसं कुर्याद् दानाध्ययन कर्मभिः।।१३।।  भावार्थ — एक श्लोक का अध्ययन, चिंतन, मनन से या आधे श्लोक द्वारा