मनसा शक्तिपीठ
सती माता के शक्तिपीठों की इस श्रांखला में आज जानेंगे मनसा शक्तिपीठ के बारे में
मनसा शक्तिपीठ तिब्बत में स्थित है। यह शक्ति पीठ सबसे शुद्ध और पवित्र जल निकाय के ठीक बगल में स्थित है जिसे विशेष रूप से मानस सरोवर झील के रूप में जाना जाता है।
यहाँ, देवी मनसा शक्तिपीठऔर भगवान शिव का रूप अमर मनसा शक्तिपीठ के अधीन आता हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, सती का दाहिना हाथ शक्ति पीठ मनसा में गिरा था।
सती माता के अनेकों ज्योतिर्लिंगों को अलग अलग नाम दिया गया है , इसलिए देवी के इस विशेष शक्तिपीठ को दक्षिणायनी (दुर्गा) नाम दिया गया है। साथ ही यहाँ भगवान शिव को अमर (अमर) नाम दिया गया है।
यह पूरी धरती का एक पवित्र और धार्मिक स्थल है जहाँ लोग अपनी सभी इच्छाएँ पूरी कर सकते हैं। यहाँ कोई मंदिर या देवता नहीं है, केवल एक बड़ा पत्थर है जिसकी पूजा की जा रही है।
प्राचीन शास्त्रों में उल्लेख है कि जो कोई भी पवित्र मानसरोवर झील में डुबकी लगाता है और शिखर की परिक्रमा करता है, उसके पीढ़ियों के पाप मुक्त हो जाते है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
ऐसा माना जाता है कि कैलाश मानसरोवर झील में डुबकी लगाने से रोगों से मुक्ति मिलती है। माना जाता है कि कैलाश मानसरोवर झील भगवान ब्रह्मा के हंस या हंस का निवास स्थान है, जो पवित्र त्रिमूर्ति में से एक है।
पौराणिक कथा ( मनसा शक्तिपीठ )
Mansa Shakti Peeth
is located right next to the purest and holy water body especially known as Manas Sarovar Lake.