शिव पुराण  उन्नीसवां अध्याय – गुणनिधि को कुबेर पद की प्राप्तिशिव पुराण  उन्नीसवां अध्याय – गुणनिधि को कुबेर पद की प्राप्ति

शिव पुराण  उन्नीसवां अध्याय – श्री रुद्र संहिता (प्रथम खंड) विषय:- गुणनिधि को कुबेर पद की प्राप्ति  नारद जी ने प्रश्न किया- हे ब्रह्माजी ! अब आप मुझे यह बताइए

शिव पुराण अठारहवां अध्याय – गुणनिधि को मोक्ष की प्राप्तिशिव पुराण अठारहवां अध्याय – गुणनिधि को मोक्ष की प्राप्ति

शिव पुराण  अठारहवां अध्याय – श्री रुद्र संहिता (प्रथम खण्ड) विषय: -गुणनिधि को मोक्ष की प्राप्ति ब्रह्माजी बोले- हे नारद! जब यह समाचार गुणनिधि को मिला तो उसे अपने भविष्य

शिव पुराण सत्रहवां अध्याय – सती को शिव से वर की प्राप्तिशिव पुराण सत्रहवां अध्याय – सती को शिव से वर की प्राप्ति

शिव पुराण  सत्रहवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय :- सती को शिव से वर की प्राप्ति ब्रह्माजी कहते हैं- हे नारद! सती ने आश्विन मास के शुक्ल

शिव पुराण सोलहवां अध्याय रुद्रदेव का सती से विवाहशिव पुराण सोलहवां अध्याय रुद्रदेव का सती से विवाह

शिव पुराण   सोलहवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- रुद्रदेव का सती से विवाह  ब्रह्माजी बोले- श्रीविष्णु सहित अनेक देवी-देवताओं और ऋषि-मुनियों द्वारा की गई स्तुति सुनकर सृष्टिकर्ता

शिव पुराण पंद्रहवां अध्याय- सती की तपस्या शिव पुराण पंद्रहवां अध्याय- सती की तपस्या 

शिव पुराण   पंद्रहवां अध्याय   श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- सती की तपस्या  ब्रह्माजी बोले- हे नारद! एक दिन मैं तुम्हें लेकर प्रजापति दक्ष के घर पहुंचा। वहां मैंने

शिव पुराण चौदहवां अध्याय द्वितीय खंडशिव पुराण चौदहवां अध्याय द्वितीय खंड

शिव पुराण  चौदहवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय :- दक्ष की साठ कन्याओं का विवाह ब्रह्माजी बोले- हे मुनिराज ! दक्ष के इस रूप को जानकर मैं

शिव पुराण तेरहवां अध्याय द्वितीय खंडशिव पुराण तेरहवां अध्याय द्वितीय खंड

शिव पुराण   तेरहवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:-दक्ष द्वारा मैथुनी सृष्टि का आरंभ  ब्रह्माजी कहते हैं – हे नारद! प्रजापति दक्ष देवी का वरदान पाकर अपने आश्रम

शिव पुराण बारहवां अध्याय द्वितीय खंडशिव पुराण बारहवां अध्याय द्वितीय खंड

शिव पुराण   बारहवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड)  विषय:- दक्ष की तपस्या नारद जी ने पूछा- हे ब्रह्माजी ! उत्तम व्रत का पालन करने वाले प्रजापति दक्ष ने

शिव पुराण ग्यारहवां अध्याय द्वितीय खंडशिव पुराण ग्यारहवां अध्याय द्वितीय खंड

शिव पुराण   ग्यारहवां अध्याय –  श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड)  विषय:-ब्रह्माजी की काली देवी से प्रार्थना नारद जी बोले- पूज्य पिताजी! विष्णुजी के वहां से चले जाने पर क्या हुआ?

शिव पुराण  दसवां अध्याय प्रथम खंडशिव पुराण  दसवां अध्याय प्रथम खंड

शिव पुराण  दसवां अध्याय – श्री रुद्र संहिता (प्रथम खंड) विषय:- को सृष्टि की रक्षा का भार एवं त्रिदेव को आयुर्बल देना परमेश्वर शिव बोले- हे उत्तम व्रत का पालन