~ आज का हिन्दू पंचांग ~
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दिनांक – 16 जनवरी 2023*
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दिन – सोमवार*
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विक्रम संवत् – 2079*
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शक संवत् – 1944*
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अयन – उत्तरायण*
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ऋतु – शिशिर*
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मास – माघ (गुजरात एवं महाराष्ट्र में पौष)*
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पक्ष – कृष्ण*
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तिथि – नवमी शाम 07:20 तक तत्पश्चात दशमी*
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नक्षत्र – स्वाती शाम 07:23 तक तत्पश्चात विशाखा*
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योग – धृति सुबह 10:32 तक तत्पश्चात शूल*
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राहु काल – सुबह 08:45 से 10:06 तक*
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सूर्योदय – 07:23*
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सूर्यास्त – 06:16*
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दिशा शूल – पूर्व दिशा में*
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ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:38 से 06:30 तक*
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निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:23 से 01:16 तक*
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व्रत पर्व विवरण -*
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विशेष – नवमी को लौकी खाना त्याज्य है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
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काम-धंधे में बरकत के लिए
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नौकरी या काम-धंधे में बरकत नहीं आती हो तो गाय की धूलि लेकर उसको ललाट पर लगाकर काम-धंधे पर जाएँ । धीरे-धीरे बरकत होने लगेगी और विघ्न हटने लगेंगे ।*
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पूज्य बापूजी
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पेट सम्बन्धी तकलीफों में
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नींबू के रस में सौंफ भिगो दें और जितना नींबू का रस, सौंफ पी ले । फिर सौंफ में थोड़ा काला नमक या संत कृपा चूर्ण मिलाकर तवे में सेंक कर रख दो । ये लेने से पेट का भारीपन, बदहाजमा दूर होगा और भूख खुलकर लगेगी । कब्ज की तकलीफ भी ठीक हो जायेगी ।*
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पूज्य बापूजी – Baroda – 31st Oct. 2009*
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पढाई में आशातीत लाभ हेतु
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विद्यार्थी अध्ययन-कक्ष में अपने इष्टदेव या गुरुदेव का श्रीविग्रह अथवा स्वस्तिक या ॐकार का चित्र रखें तथा नियमित अध्ययन से पूर्व उसे १०-१५ मिनट अपनी आँखों की सीध में रखकर पलकें गिराये बिना एकटक देखें अर्थात त्राटक करें । इससे पढ़ाई में आशातीत लाभ होता हैं ।*
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ऋषि प्रसाद – मार्च २०१९ से*
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सोमवार विशेष – कार्यों में सफलता-प्राप्ति हेतु
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जो व्यक्ति बार-बार प्रयत्नों के बावजूद सफलता प्राप्त न कर पा रहा हो अथवा सफलता-प्राप्ति के प्रति पूर्णतया निराश हो चुका हो, उसे प्रत्येक सोमवार को पीपल वृक्ष के नीचे सायंकाल के समय एक दीपक जला के उस वृक्ष की ५ परिक्रमा करनी चाहिए । इस प्रयोग को कुछ ही दिनों तक सम्पन्न करनेवाले को उसके कार्यों में धीरे-धीरे सफलता प्राप्त होने लगती है ।*