IUNNATI ADHYATMIK UNNATI दत्तात्रेय मंदिर, गिरनार(गुजरात)

दत्तात्रेय मंदिर, गिरनार(गुजरात)

दत्तात्रेय मंदिर, गिरनार(गुजरात) post thumbnail image

दत्तात्रेय मंदिर,

गिरनार(गुजरात)

गुजरात में जूनागढ़ के पास स्थित गिरनार पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी पर भगवान दत्तात्रेय के मंदिर में उनके चरण पादुकाएँ आज भी स्थित हैं। भगवान दत्तात्रेय, ब्रह्मा-विष्णु-महेश का संयुक्त रूप हैं, और इन्हें “आदिगुरू” के रूप में जाना जाता है।

 गिरनार पर्वतमाला की एक चोटी पर भगवान दत्तात्रेय ने कठोर तपस्या की थी, और आज भी उनकी चरण पादुकाएँ वहाँ स्थापित हैं। गिरनार को “सिद्धक्षेत्र” कहा जाता है।

 चरण पादुकाओं के दर्शन प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं को दस हजार सीढ़ियों की कठिन चढ़ाई करनी पड़ती है। इस चढ़ाई के लिए कठोर परिश्रम, अपार श्रद्धा और लगन चाहिए होती है।

 गिरनार पर्वत की सबसे ऊंची चोटी 1000 मीटर से भी ऊंची है। यह पूरी पर्वतमाला सत्तर मील के क्षेत्रफल में फैली हुई है, जबकि भगवान दत्तात्रेय के मंदिर वाली पहाड़ी का परिक्रमा व्यास लगभग चालीस किमी का है।*

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Post

विष्णु सहस्रनाम

श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम् हिंदी अर्थ सहितश्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम् हिंदी अर्थ सहित

विष्णु सहस्रनाम (Vishnu Sahasranam) भगवान श्री विष्णु के एक हजार नामों की महिमा अवर्णनीय है। इन नामों का संस्कृत रूप विष्णुसहस्रनाम के प्रतिरूप में विद्यमान है। श्री विष्णुसहस्रनाम पाठ करने वाले व्यक्ति

मनसा शक्तिपीठ

मनसा शक्तिपीठ विशेषता पौराणिक कथामनसा शक्तिपीठ विशेषता पौराणिक कथा

मनसा शक्तिपीठ सती माता के शक्तिपीठों की इस श्रांखला में आज जानेंगे मनसा शक्तिपीठ के बारे में मनसा शक्तिपीठ तिब्बत में स्थित है। यह शक्ति पीठ सबसे शुद्ध और पवित्र

त्र्यम्बकेश्वर मंदिरत्र्यम्बकेश्वर मंदिर

त्र्यम्बकेश्वर मंदिर, नाशिक(महाराष्ट्र) त्र्यम्बकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र प्रान्त के नाशिक जनपद में नाशिक शहर से तीस किलोमीटर पश्चिम में अवस्थित है। इसे त्र्यम्बकेश्वर शिव मन्दिर भी कहते है। यहाँ समीप में