शिव पुराण बारहवां अध्याय द्वितीय खंडशिव पुराण बारहवां अध्याय द्वितीय खंड
शिव पुराण बारहवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- दक्ष की तपस्या नारद जी ने पूछा- हे ब्रह्माजी ! उत्तम व्रत का पालन करने वाले प्रजापति दक्ष ने
शिव पुराण बारहवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- दक्ष की तपस्या नारद जी ने पूछा- हे ब्रह्माजी ! उत्तम व्रत का पालन करने वाले प्रजापति दक्ष ने
शिव पुराण ग्यारहवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:-ब्रह्माजी की काली देवी से प्रार्थना नारद जी बोले- पूज्य पिताजी! विष्णुजी के वहां से चले जाने पर क्या हुआ?
शिव पुराण दसवां अध्याय – श्री रुद्र संहिता (प्रथम खंड) विषय:- को सृष्टि की रक्षा का भार एवं त्रिदेव को आयुर्बल देना परमेश्वर शिव बोले- हे उत्तम व्रत का पालन
शिव पुराण नवां अध्याय – श्रीरुद्र संहिता (प्रथम खण्ड – १० ) विषय :- देवी उमा एवं भगवान शिव का प्राकट्य एवं उपदेश देना ब्रह्माजी बोले- नारद! भगवान विष्णु जी
शिव पुराण आठवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:-काम की हार सूत जी बोले- हे ऋषियो! जब इस प्रकार प्रजापति ब्रह्माजी ने कहा, तब उनके वचनों को सुनकर
शिव पुराण सातवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- संध्या की आत्माहुति ब्रह्माजी कहते हैं – नारद! जब भगवान शिव देवी संध्या को वरदान देकर वहां से अंतर्धान
शिव पुराण छठा अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:-संध्या की तपस्या ब्रह्माजी बोले– हे महाप्रज्ञ नारद! तपस्या की विधि बताकर जब वशिष्ठ जी चले गए, तब संध्या आसन
शिव पुराण पांचवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- संध्या का चरित्र सूत जी बोले– हे ऋषियो ! नारद जी के इस प्रकार प्रश्न करने पर ब्रह्माजी ने
शिव पुराण चौथा अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- काम-रति विवाह नारद जी ने पूछा– हे ब्रह्माजी! इसके पश्चात क्या हुआ? आप मुझे इससे आगे की कथा भी बताइए।
शिव पुराण तीसरा अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- कामदेव को ब्रह्माजी द्वारा शाप देना ब्रह्माजी ने कहा– हे नारद! सभी ऋषि-मुनि उस पुरुष के लिए उचित नाम