श्री शिव चालीसा –श्री शिव चालीसा –
|| श्री शिव चालीसा || || दोहा || शिव चालीसा जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम,देहु अभय वरदान ॥ || चौपाई || जय गिरिजा पति दीन
|| श्री शिव चालीसा || || दोहा || शिव चालीसा जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल मूल सुजान । कहत अयोध्यादास तुम,देहु अभय वरदान ॥ || चौपाई || जय गिरिजा पति दीन
|| श्री बजरंग बाण || निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करैं सनमान ।तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान ॥ जय हनुमन्त सन्त हितकारी, सुन लीजै प्रभु अरज हमारी
हनुमान चालीसा श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार। बल बुधि विद्या देहु मोहिं,
हनुमान जन्मोत्सव अष्ट सिद्धि, नौ निधि, 108 नाम व चिरंजीवी का अर्थ क्या हनुमान जी ज़िंदा है? हनुमान जन्मोत्सव कब मनाई जाती है? हनुमान जन्मोत्सव हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास
Why Kedarnath Temple is famous? Kedarnath Temple architecture, history and culture significance When was the Kedarnath temple built? Kedarnath Temple, located in the Indian state of Uttarakhand, is one of
रामलला ने सिर से पांव तक पहने हैं कौन-कौन से 17 आभूषण- हमारे प्रभु श्री राम वर्षों बाद अपने घर में सुशज्जित हुए है अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर
देखत रूप चराचर मोहा. ( श्रीराम ) श्रीराम , कल आपकी छवि निहारी। हमारे तन मन धन्य हो गए, तीनों भुवन धन्य हो गए।आप तो स्वयं धर्म का विग्रह हैं।
भगवान श्री कृष्ण जी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी कोशल के सत्या से विवाह करने के लिए कृष्ण जी को राजा नागनाजी के सात बैलों को वश में करना पड़ा।
भगवान श्रीराम की वंशावली कहानी रघुकुल की जानिए श्रीराम की वंशावली भगवान श्री राम हिन्दुओं के आराध्य देव हैं। धार्मिक विरासत के अनुसार त्रेया युग में भगवान श्रीराम का जन्म
समय हाथ से निकल गया तोसिर धुन धुन पछतायेगानिर्मल मन के दर्पण में वहराम के दर्शन पायेगा राम नाम के साबुन से जोमन का मेल छुडायेगानिर्मल मन के दर्पण में