Author: Unnati

शिव पुराण इकत्तीसवां अध्याय : सप्तऋषियों का आगमन और हिमालय को समझानाशिव पुराण इकत्तीसवां अध्याय : सप्तऋषियों का आगमन और हिमालय को समझाना

शिव पुराण  इकत्तीसवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता(तृतीय खंड) विषय :- सप्तऋषियों का आगमन और हिमालय को समझाना  ब्रह्माजी बोले-ब्राह्मण के रूप में पधारे स्वयं भगवान शिव की बातों का

वैदिक वर्ण व्यवस्था : कौन है ब्राह्मण ?वैदिक वर्ण व्यवस्था : कौन है ब्राह्मण ?

कौन है ब्राह्मण  वैदिक वर्ण व्यवस्था को समझो ब्राह्मण शब्द को लेकर अनेक भ्रांतियां हैं। इनका समाधान करना अत्यंत आवश्यक है। क्यूंकि हिन्दू समाज की सबसे बड़ी निर्बलता जातिवाद/जाती व्यवस्था

शिव पुराण तीसवां अध्यायशिव पुराण तीसवां अध्याय

शिव पुराण  तीसवां अध्याय- श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड)  विषय:- सती द्वारा योगाग्नि से शरीर को भस्म करना ब्रह्माजी से श्री नारद जी ने पूछा- हे पितामह! जब सती जी

शिव पुराण उन्तीसवां अध्याय – यज्ञशाला में सती का अपमानशिव पुराण उन्तीसवां अध्याय – यज्ञशाला में सती का अपमान

शिव पुराण  उन्तीसवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:-यज्ञशाला में सती का अपमान  ब्रह्माजी बोले- हे नारद! दक्षकन्या देवी सती उस स्थान पर गईं जहां महान यज्ञोत्सव चल

देवोत्थान एकादशी और तुलसी विवाहदेवोत्थान एकादशी और तुलसी विवाह

देवोत्थान एकादशी और तुलसी विवाह के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। ‘हर घर के आंगन में तुलसी,तुलसी बड़ी महान है। जिस घर में ये तुलसी रहती, वो

आप सभी को गोपाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएंआप सभी को गोपाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं

आप सभी को गोपाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं। गाय को सनातन मान्यताओं में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। गाय को गोमाता भी कहा जाता है, गाय को मां का दर्जा दिया

शिव पुराण अट्ठाईसवां अध्याय- शिव-पार्वती संवादशिव पुराण अट्ठाईसवां अध्याय- शिव-पार्वती संवाद

शिव पुराण  अट्ठाईसवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (तृतीय खंड) विषय:–शिव-पार्वती संवाद ब्रह्माजी कहते हैं-नारद! परमेश्वर भगवान शिव की बातें सुनकर और उनके साक्षात स्वरूप का दर्शन पाकर देवी पार्वती

शिव पुराण सत्ताईसवां अध्यायशिव पुराण सत्ताईसवां अध्याय

शिव पुराण  सत्ताईसवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (द्वितीय खंड) विषय:- दक्ष द्वारा महान यज्ञ का आयोजन ब्रह्माजी बोले- हे महर्षि नारद! इस प्रकार, क्रोधित व अपमानित दक्ष ने कनखल

शिव पुराण छब्बीसवां अध्याय – पार्वती को शिवजी से दूर रहने का आदेशशिव पुराण छब्बीसवां अध्याय – पार्वती को शिवजी से दूर रहने का आदेश

शिव पुराण    छब्बीसवां अध्याय- श्री रूद्र संहिता (तृतीय खंड)  विषय : पार्वती को शिवजी से दूर रहने का आदेश पार्वती बोलीं- हे जटाधारी मुनि! मेरी सखी ने जो कुछ

शिव पुराण पच्चीसवां अध्यायशिव पुराण पच्चीसवां अध्याय

शिव पुराण  पच्चीसवां अध्याय – ( विद्येश्वर संहिता) विषय :- रुद्राक्ष माहात्म्य  सूत जी कहते हैं- महाज्ञानी शिवस्वरूप शौनक ! भगवान शंकर के प्रिय रुद्राक्ष का माहात्म्य मैं तुम्हें सुना