Author: Unnati

Kailasanathar Temple – Karuppadithatadai, Tamil Nadu Kailasanathar Temple – Karuppadithatadai, Tamil Nadu 

भारत के मंदिर  भारत का इतिहास  कैलासनाथर मंदिर – करुप्पदिथात्तादै, तमिलनाडु   अद्भुत_आलौकिक_मंदिर  इस मंदिर की वास्तुकला और शिल्प कला देखते ही बनती है। इसी प्रकार की शिल्प कला आपको

ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों ?ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों ?

ब्रह्म मुहूर्त विचार व दिनचर्या ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों ?  रात्रि के अंतिम प्रहर को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष

27 दिसम्बर 2023 – आज का हिन्दू पंचांग 27 दिसम्बर 2023 – आज का हिन्दू पंचांग 

आज का हिन्दू पंचांग  दिनांक – 27 दिसम्बर 2023 दिन – बुधवार विक्रम संवत् – 2080 अयन – दक्षिणायन ऋतु – शिशिर मास – पौष पक्ष – कृष्ण तिथि –

शिवलिंग पर बने त्रिपुण्ड् की तीन रेखाओं का रहस्य शिवलिंग पर बने त्रिपुण्ड् की तीन रेखाओं का रहस्य 

शिवलिंग पर बने त्रिपुण्ड् की तीन रेखाओं का रहस्य  प्राय: साधु-सन्तों और विभिन्न पंथों के अनुयायियों के माथे पर अलग- अलग तरह के तिलक दिखाई देते हैं । तिलक विभिन्न

शिव पुराण चवालीसवां अध्याय – मैना का विलाप एवं हठशिव पुराण चवालीसवां अध्याय – मैना का विलाप एवं हठ

शिव पुराण   चवालीसवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (तृतीय खंड) विषय:–मैना का विलाप एवं हठ  ब्रह्माजी बोले- नारद! जब हिमालय पत्नी मैना को होश आया तब वे बड़ी दुखी थीं

चाणक्य सूत्रचाणक्य सूत्र

चाणक्य नीति दैनिक अध्याय  ।। अथ: चाणक्य सूत्रं प्रारभ्यते ।। 【चाणक्य सूत्र】 चाणक्य सूत्र : २१७ ॥ न दुर्जनैः सह संसर्गः कर्त्तव्यः ।। भावार्थ:- बुद्धिमान व्यक्तियों को दुष्ट लोगों से

शिव पुराण छियालीसवां अध्याय – शिव का परिछन व पार्वती का सुंदर रूप देख प्रसन्न होना शिव पुराण छियालीसवां अध्याय – शिव का परिछन व पार्वती का सुंदर रूप देख प्रसन्न होना 

शिव पुराण   छियालीसवां अध्याय – श्री रुद्र संहिता (तृतीय खंड) विषय:–शिव का परिछन व पार्वती का सुंदर रूप देख प्रसन्न होना ब्रह्माजी बोले- नारद! भगवान शिव सबको आनंदित करते हुए

चाणक्य नीति दैनिक अध्याय चाणक्य नीति दैनिक अध्याय 

चाणक्य नीति दैनिक अध्याय  ।। अथ: चाणक्य सूत्रं प्रारभ्यते ।।【चाणक्य सूत्र】  चाणक्य सूत्र : २१३ ।। प्रज्ञाफलमैश्वर्यम् ।।  भावार्थ:-बुद्धि का ही फल ऐश्वर्य है। संक्षिप्त वर्णन :-संसार में बुद्धिमान मनुष्य

शिव पुराण पैंतालीसवां अध्याय : शिव का सुंदर व दिव्य स्वरूप दर्शनशिव पुराण पैंतालीसवां अध्याय : शिव का सुंदर व दिव्य स्वरूप दर्शन

शिव पुराण   पैंतालीसवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (तृतीय खंड)  विषय:–शिव का सुंदर व दिव्य स्वरूप दर्शन  ब्रह्माजी बोले- हे नारद! उस समय जब देवी मैना ने विष्णुजी के सामने

शिव पुराण तेंतालीसवां अध्याय- शिवजी की अनुपम लीलाशिव पुराण तेंतालीसवां अध्याय- शिवजी की अनुपम लीला

शिव पुराण  तेंतालीसवां अध्याय – श्री रूद्र संहिता (तृतीय खंड) विषय:–शिवजी की अनुपम लीला ब्रह्माजी बोले- है नारद! तुमको अपने सामने देखकर देवी मैना बहुत प्रसन्न हुई और तुम्हें प्रणाम