IUNNATI ADHYATMIK UNNATI Ahobilam Kurnool(Andhra Pradesh) 

Ahobilam Kurnool(Andhra Pradesh) 

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अहोबिलम, 

कर्नूल(आंध्रप्रदेश)

हमारी धरोहर , विरासत 

हमारे मंदिरों का स्वर्णिम इतिहास 

 आंध्र प्रदेश के कर्नूल जिला में सुप्रसिद्ध अहोबिलम मंदिर नंद्याल से 66 KM स्थित है। अहोबिलम भगवान नरिस्महा स्वामी का सुप्रसिद्ध मंदिर है और यहां भगवान विष्णु नर यानी मनुष्य और सिम्हा के रूप में स्थित हैं।

 एक लंबा पहाड़ है जिसे माना जाता है की भगवान नरसिंह इसी से उभरे। यह पहाड़ रूपी स्तम्भ हिरण्यकश्यप के शाही महल का स्तंभ माना जाता है। इस मंदिर में भगवान के 9 अलग-अलग रूपों को पूजा जाता है वास्तविक रूप से मंदिर एक गुफा संरचना है। इसलिए, मंदिरों में से कुछ को एक चट्टानी इलाके के द्वारा पहुँचा जा सकता है।

 अहोबिलम मुख्य रूप से दो हिस्सों में बटा है। निचला अहोबिलम और ऊपरी अहोबिलम। मुख्य मंदिर के पांच किलो मीटर के दायरे में फैले अन्य नौ मंदिरों में योगानंद, छत्रवता और भार्गव नरसिम्हा स्वामी जहां निचले अहोबिलम में हैं, वहीं बाकी छह मंदिर ऊपरी अहोबिलम में है।

Ahobilam

 Kurnool(Andhra Pradesh) 

our heritage

 Golden history of our temples 

 The famous Ahobilam temple is situated 66 KM from Nandyal in Kurnool district of Andhra Pradesh. Ahobilam is a famous temple of Lord Narismaha Swamy and here Lord Vishnu is situated in the form of Nara i.e. man and Simha. There is a tall mountain from which Lord Narasimha is believed to have emerged. This mountain-shaped pillar is considered to be the pillar of the royal palace of Hiranyakashyap. 9 different forms of God are worshiped in this temple. Actually the temple is a cave structure. Therefore, some of the temples can be accessed through a rocky terrain. 

 Ahobilam is mainly divided into two parts. Lower Ahobilum and Upper Ahobilum. Among the other nine temples spread within a radius of five kilometers of the main temple, those of Yogananda, Chatravata and Bhargava Narasimha Swamy are in the Lower Ahobilam, while the remaining six temples are in the Upper Ahobilam.

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