नवरात्र का दूसरा दिन
माता के नाम का अर्थ ( नवरात्र )
ब्रह्म का अर्थ होता है तपस्या और चारिणी का अर्थ होता है आचरण करने वाली। अर्थात तप का आचरण करने वाली शक्ति को हम बार-बार नमन करते हैं। माता के इस स्वरूप की पूजा करने से तप, त्याग, संयम, सदाचार आदि की वृद्धि होती है। जीवन के कठिन से कठिन समय में भी इंसान अपने पथ से विचलित नहीं होता है।
माता के स्वरूप की विशेषता ( नवरात्र )
माँ ब्रह्मचारिणी का मंत्र ( नवरात्र )
पूजा विधि ( नवरात्र )
Second day of Navratri
Today is the second day of Navratri and on this day, Maa Brahmacharini, the second form of Maa Durga, is worshipped.
The glory of her powers is described in the name of Maa Brahmacharini itself. Meaning of the name of the mother Brahma means penance and Charini means the one who practices penance.
That is, we bow again and again to the power that practices penance. Worshiping this form of the mother increases penance, sacrifice, restraint, good conduct, etc.
Even in the most difficult times of life, a person does not deviate from his path.