आज का हिन्दू पंचांग
ऋतु – वसंत
नक्षत्र – चित्रा रात्रि 10:32 तक तत्पश्चात स्वाति
विशेष - पूर्णिमा के दिन स्त्री सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। ( हिन्दू पंचांग )
मुरब्बा बनाने की विधि-
देशी गाय व भैंस के दूध में अंतर
इसमें स्वर्ण-क्षार होते हैं ।
स्मरणशक्ति बढाता है एवं स्फूर्ति प्रदान करता है ।
यह तमोगुण बढ़ाता है ।
देशी गाय के दूध में सम्पूर्ण प्रोटीन्स रहने के कारण यह मनुष्यों के लिए अनिवार्य है । भैंस के दूध की अपेक्षा गाय के दूध में रहनेवाले प्रोटीन्स सुगमता से पचते हैं ।
गाय के दूध में ऑक्सिडेज तथा रिडक्टेज एंजाइम की प्रचुरता रहती है, जो पाचन में सहायता देने के अतिरिक्त दूध पीनेवालों के शरीर में पाये जानेवाले टोक्सिंस (विषैले पदार्थ) को दूर करते हैं ।
देशी गाय के दूध की और भी अनेक विशेषताएँ हैं । ऊपर दिये गये बिन्दुओं से देशी गाय के दूध की श्रेष्ठता स्पष्ट हो जाती है । देशी गाय का दूध पीकर हम आयु, बुद्धिमत्ता, सात्त्विकता, निरोगता आदि बढायें या भैंस का दूध पी के इन्हें घटायें – यह हमारे हाथ की बात है ।