IUNNATI ADHYATMIK UNNATI हमारे मंदिर हमारी धरोहर

हमारे मंदिर हमारी धरोहर

हमारे मंदिर हमारी धरोहर post thumbnail image

हमारे मंदिर हमारी धरोहर

कर्नाटक के बेल्लारी जिले के हपी नामक नगर में हनुमान जी का एक प्राचीन मंदिर स्थापित है। वर्तमान का यह क्षेत्र प्राचीन की किष्किंधा नगरी है और यही हनुमान जी का जन्म व भगवान श्री राम जी से पहला मिलन भी यही हुआ था और इसका उल्लेख वाल्मीकि रामायण में मिलता है।

कभी देखा है की हजार साल पहले की कोई मस्जिद या चर्च निकले हो खुदाई में नहीं ना क्यूँकि ये मजहब तो 1400 या 2000 साल पहले आरम्भ हुए है किन्तु सनातन तो अनादि काल से चलता आ रहा है जो वेदों पर आधारित है पूर्ण तरह वैज्ञानिक है उसकी रिसर्च करिए, आप स्वयं देखो नासा के वैज्ञानिक 95 प्सेंट ईसाई है मगर रिसर्च सनातन की पुस्तको पर करते हैं क्योंकि सनातन ही सब का मूल है

सनातन की सभ्यता,कला, ज्ञान,सामर्थ्य आदि के कारण भारत विश्व गुरु था किन्तु हिन्दुओ के अहंकार,जातिवाद, लालच एंव कायरता के चलते ना केवल हजार साल ग़ुलाम रहा अपितु पुनः अब विनाश की और अग्रसर हो रहा है

समय की मांग पहचान समय रहते जागो हिन्दुओ* *अन्यथा ना राष्ट्र,धर्म का अस्तित्व बचेगा ना तुम्हारे प्राण ना बहन बेटियों की आन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Post

भोग नन्दीश्वर मंदिर

भोग नन्दीश्वर मंदिर, चिकबलापुरा,(कर्नाटक)भोग नन्दीश्वर मंदिर, चिकबलापुरा,(कर्नाटक)

भारत के भव्य और अकल्पनीय मन्दिरों से हिन्दुओं परिचय करवाने की इस श्रृंखला में आज हम आपका परिचय करवा रहे हैं  भोग नन्दीश्वर मंदिर,  चिकबलापुरा,(कर्नाटक) भगवान शिव को समर्पित यह

पंचवक्त्र महादेव मंदिर मंडी(हिमाचल प्रदेश)पंचवक्त्र महादेव मंदिर मंडी(हिमाचल प्रदेश)

पंचवक्त्र महादेव मंदिर मंडी(हिमाचल प्रदेश)  जिस तरह काशी गंगा के किनारे बसा है, ठीक उसी तरह मंडी व्यास नदी के तट पर बसा है। काशी की तरह मंडी में भी

शुभ विचारशुभ विचार

शुभ रात्रि वंदन  आपका विचार शुभ हो            साधारण भारतीय के लिए पुरुषार्थ चार होते हैं, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। फलस्वरूप, परमार्थ एवं विश्व-कल्याण इन