त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ
त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ की इस श्रृंखला में आज हम लाए है माँ त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ के बारे में प्रमुख जानकारी, पौराणिक कथा, माता के इस शक्तिपीठ का महत्व व भक्तों द्वारा त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ तक पहुँचने का मार्ग
त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ जालंधर, पंजाब में स्थित है। यह एक प्रसिद्ध तांत्रिक शक्तिपीठ है जो देवी त्रिपुरमालिनी को समर्पित है। यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो शक्ति साधना और पूजा के लिए जाना जाता है।
यहां पर विशालकाय मंदिर है जो देवी की पूजा के लिए भक्तों को आकर्षित करता है।यहाँ माता के वक्ष की पूजा की जाती है।
पौराणिक कथा ( त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ )
देवी भागवत पुराण में सभी शक्तिपीठों के बारे में जानकारी मिलती है। पंजाब के जालंधर में उत्तर में छावनी स्टेशन से मात्र 1 किलोमीटर दूर देवी तलाब जहां माता का बायां वक्ष गिरा था।
इसकी शक्ति है त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ और शिव या भैरव को भीषण कहते हैं। यह शक्तिपीठ देवी तालाब मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यह मंदिर तालाब के मध्य स्थित है।
यह मन्दी ‘स्तनपीठ’ एवं ‘त्रिगर्त तीर्थ’ के नाम से भी जाना जाता है।
यह मन्दी ‘स्तनपीठ’ एवं ‘त्रिगर्त तीर्थ’ के नाम से भी जाना जाता है।
संभवत: प्राचीन जालंधर से त्रिगर्त प्रदेश (वर्तमान कांगड़ा घाटी), जिसमें ‘कांगड़ा शक्ति त्रिकोणपीठ’ की तीन जाग्रत देवियां- ‘चिन्तापूर्णी’,
‘ज्वालामुखी’ तथा ‘सिद्धमाता विद्येश्वरी’ विराजती हैं। यहां की अधिष्ठात्री देवी त्रिशक्ति काली, तारा व त्रिपुरा हैं।
फिर भी स्तनपीठाधीश्वरी श्रीव्रजेश्वरी ही मुख्य मानी जाती हैं जिन्हें विद्याराजी भी कहते हैं।
वशिष्ठ, व्यास, मनु, जमदग्नि, परशुराम आदि महर्षियों ने यहां आकर शक्ति की पूजा-आराधना की थी। इसके साथ ही भगवान शिव ने जालंधर नाम के राक्षस का वध किया था, जिसके बाद से ही इस जगह का नाम जालंधर पड़ा।
पहुँचने का मार्ग
जालंधर रेलवे स्टेशन से माता का त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ 1,2 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है आप ऑटो रिक्शा लेकर वहाँ पहुँच सकते है या चलकर भी मंदिर तक पहुँच सकते है।
आप जालंधर हवाई अड्डे से भी बस या ऑटो लेकर मंदिर तक पहुँच सकते है।
त्रिपुरमालिनी शक्तिपीठ का स्थान स्थानीय निवासियों या स्थानीय होटलों के स्थानीय डेस्क से सही निर्देश के लिए पूछना सर्वोत्तम हो सकता है।
यह मंदिर आमतौर पर शहर के निकटतम जगहों से सुविधाजनक दूरी पर स्थित होता है और स्थानीय परिवहन का उपयोग करना सर्वाधिक सुविधाजनक हो सकता है।
Maa Tripurmalini Shaktipeeth
In this series of Shaktipeeths, today we have brought major information about Maa Tripurmalini Shaktipeeth, mythology,
the importance of this Shaktipeeth of Mata and the way for devotees to reach the Shaktipeeth.
the importance of this Shaktipeeth of Mata and the way for devotees to reach the Shaktipeeth.
Tripurmalini Shaktipeeth is located in Jalandhar, Punjab. It is a famous Tantric Shaktipeeth dedicated to Goddess Tripurmalini.
It is a major religious place known for Shakti Sadhana and worship.
There is a huge temple here which attracts devotees to worship the goddess. Mother’s breast is worshipped here.
Mythology
nformation about all Shaktipeeths is found in Devi Bhagwat Purana. Devi Talab is just 1 km north of the cantonment station in Jalandhar, Punjab, where the left breast of the mother fell.
Its power is Tripurmalini and Shiva or Bhairav is called Bhishan. This Shaktipeeth is famous as Devi Talab Temple. This temple is situated in the middle of the pond.
This mandi is also known as ‘Stanpeeth’ and ‘Trigarta Tirtha’.
Probably from ancient Jalandhar to Trigarta region (present Kangra valley), in which three awakened goddesses of ‘Kangra Shakti
Trikonpeeth’ reside – ‘Chintapurni’, ‘Jwalamukhi’ and ‘Siddhmata Vidyaeshwari’. The presiding deity here is
Trishakti Kali, Tara and Tripura. However, the main goddess is considered to be Stanpeethadhiswari Shrivrajeshwari, who is also called Vidyaraji.
Trishakti Kali, Tara and Tripura. However, the main goddess is considered to be Stanpeethadhiswari Shrivrajeshwari, who is also called Vidyaraji.
Maharshis like Vashishtha, Vyas, Manu, Jamadagni, Parshuram etc. came here and worshipped Shakti. Along with this, Lord Shiva killed a demon named Jalandhar, after which this place was named Jalandhar.
Route to reach
Mata’s Shaktipeeth is located at a distance of 1.2 km from Jalandhar railway station. You can reach there by taking an auto rickshaw or you can also reach the temple by walking.
You can also reach the temple by taking a bus or auto from Jalandhar airport. It is best to ask residents or the local desk of local hotels for directions to the Tripura Malini Shakti Peeth.
The temple is usually located at a convenient distance from the nearest places in the city and it may be most convenient to use local transport.
JAI MATARAANI